भारत की ‘मेक इन इंडिया’ योजना को बड़ा झटका देते हुए चीन ने जरूरी मशीनों और पुर्जों की डिलीवरी पर रोक लगा दी है। इसके साथ ही, iPhone निर्माता कंपनी Foxconn ने भारत में काम कर रहे 300 से ज्यादा चीनी इंजीनियरों को वापस चीन बुला लिया है।
यह कदम ऐसे समय पर आया है जब भारत में Apple के नए iPhone 17 मॉडल की असेंबली तैयार हो रही थी। तमिलनाडु और कर्नाटक की यूनिटों में इसका सीधा असर देखने को मिल सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह रोक भारत की इलेक्ट्रॉनिक सप्लाई चेन और उत्पादन प्रणाली को धीमा कर सकती है।
भारत वर्तमान में चीन से भारी मात्रा में कच्चा माल आयात करता है, खासकर दवाओं और तकनीकी उपकरणों के निर्माण के लिए। रिपोर्ट्स के अनुसार, दवाओं में लगने वाला 70% कच्चा माल चीन से आता है।
सरकार की ओर से अब तक कोई कड़ा बयान सामने नहीं आया है, लेकिन केंद्र ने इतना जरूर कहा है कि उद्योगों को वैश्विक स्तर पर टैलेंट चुनने की स्वतंत्रता है और स्थिति पर नजर रखी जा रही है।
यह घटनाक्रम भारत को एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करता है कि क्या हम आत्मनिर्भर बनने की दिशा में पर्याप्त कदम उठा पा रहे हैं या नहीं।
क्या अब समय आ गया है कि भारत सप्लाई चेन के लिए चीन पर निर्भरता कम करे?
इस सवाल का जवाब जल्द ही सामने आएगा।