हाथरस, 2 जुलाई – जिला अस्पताल बगला में भर्ती मरीजों को इन दिनों भीषण गर्मी में गंभीर परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। विशेष रूप से दूसरी मंज़िल के जनरल वार्ड में भर्ती मरीज बिना पंखे और एसी के झुलसती गर्मी में रहने को मजबूर हैं। मरीजों और उनके तीमारदारों का आरोप है कि बिजली जाने के बाद वार्डों में कोई बैकअप नहीं चलता, जबकि अस्पताल परिसर में बड़े-बड़े जनरेटर मौजूद हैं।
स्थानीय लोगों ने बताया कि जब अस्पताल में किसी अधिकारी या डॉक्टर का कार्यक्रम होता है या किसी वीआईपी का आगमन होता है, तभी जनरेटर चालू किए जाते हैं। वहीं डॉक्टरों के केबिन में पंखे और एसी बिजली न होने पर भी चलते रहते हैं, जिससे आम मरीजों के साथ हो रहे भेदभाव की तस्वीर सामने आती है।
गर्मी में बीमार व्यक्ति के लिए हर मिनट गुजरना कष्टदायक होता है। जिन वार्डों में राहत मिलनी चाहिए, वहीं पर सबसे ज्यादा तकलीफ है।
सरकारी अस्पताल का असली दायित्व मरीजों की सुविधा है, न कि केवल व्यवस्था का दिखावा। जरूरत इस बात की है कि तकनीक और संसाधन सबके लिए समान रूप से इस्तेमाल हों — ताकि अस्पताल, इंसानियत की जगह बने, मजबूरी की नहीं।