नई दिल्ली, 1 जुलाई – साल 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई डिजिटल इंडिया योजना ने आज 10 गौरवशाली वर्ष पूरे कर लिए हैं। इस ऐतिहासिक अवसर पर MyGovIndia के ट्विटर हैंडल पर साझा की गई तस्वीरों ने इस योजना की अद्भुत उपलब्धियों को सामने रखा।
भारत ने 5G तकनीक में तेजी से कदम बढ़ाते हुए महज कुछ ही समय में 95% आबादी को कवर कर लिया है — जो कि विश्व के सबसे तेज़ 5G रोलआउट में शामिल है। केवल चीन ही इस स्तर पर भारत के बराबर है, जबकि यूरोप 85% और लैटिन अमेरिका 20% पर ही है।
डिजिटल स्वास्थ्य मिशन के तहत भारत में बनाए गए 78 करोड़ से अधिक ABHA अकाउंट्स, अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस और ब्राज़ील जैसे देशों की कुल आबादी से भी अधिक हैं।
वहीं डिजिटल भुगतान के क्षेत्र में भारत ने दुनिया को पीछे छोड़ते हुए विश्व के कुल रियल टाइम ट्रांजेक्शन का 50% अकेले संभाला है।
भारत आज दुनिया का सबसे सस्ता इंटरनेट प्रदान करता है — प्रति जीबी ₹10 से भी कम। यह दर अमेरिका (₹513), कनाडा (₹459), जर्मनी (₹183) जैसे विकसित देशों से बहुत ही कम है।
देशभर में 42 लाख किलोमीटर ऑप्टिकल फाइबर बिछाकर भारत ने ‘धरती से चंद्रमा तक 11 गुना दूरी’ के बराबर नेटवर्क तैयार किया है, जिससे गांव-गांव तक डिजिटल कनेक्टिविटी संभव हो सकी है।
साथ ही, ONDC (Open Network for Digital Commerce) के ज़रिए 7 लाख से अधिक विक्रेता डिजिटल व्यापार से जुड़ चुके हैं, और यह प्लेटफॉर्म Flipkart जैसे दिग्गजों को टक्कर दे रहा है।
भारत ने सस्ते इंटरनेट से सीखा कि जब संसाधन सबको समान रूप से उपलब्ध होते हैं, तो प्रतिभा और नवाचार गांव से भी निकल कर दुनिया को चकित कर सकते हैं।डिजिटल सशक्तिकरण केवल सुविधा नहीं, एक सामाजिक समानता की नींव भी बनता है।