मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन् यादव के काफिले में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब उनकी सुरक्षा में शामिल 19 गाड़ियाँ डीजल की जगह पानी भरने के कारण खराब हो गईं। यह घटना रतलाम जिले में उस वक्त हुई जब सीएम ‘एमपी राइज 2025 कॉन्क्लेव’ में शामिल होने के लिए रवाना हो रहे थे।
सूत्रों के मुताबिक, इंदौर से आ रहे काफिले ने रतलाम के भारत पेट्रोलियम के शक्ति फ्यूल्स पंप से ईंधन भरवाया था। कुछ ही दूरी पर गाड़ियाँ एक-एक कर बंद होने लगीं। जांच के बाद सामने आया कि ईंधन टैंकों में भारी मात्रा में पानी मिला हुआ था। कुछ वाहनों में तो 10 लीटर से ज्यादा पानी पाया गया।

घटना के बाद प्रशासन ने संबंधित पेट्रोल पंप को तुरंत सील कर दिया और फ्यूल के नमूनों को जांच के लिए भेजा गया है। वहीं, इंदौर से वैकल्पिक गाड़ियाँ भेजी गईं, जिससे मुख्यमंत्री समय पर कार्यक्रम स्थल पर पहुंच सके।
इस घटना ने सुरक्षा व्यवस्था और सरकारी तंत्र की सतर्कता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या यह सिर्फ एक लापरवाही थी या कोई साजिश — इसकी जांच प्रशासन ने शुरू कर दी है।
वहीं सोशल मीडिया पर गाड़ियों को धकेलते और टॉ कराते कर्मचारियों के वीडियो वायरल हो रहे हैं। जनता भी सवाल पूछ रही है कि जब मुख्यमंत्री के काफिले में ऐसा हो सकता है, तो आम लोगों की सुरक्षा और ईंधन गुणवत्ता का क्या होगा?