नूंह (हरियाणा), 2 जुलाई – समाजवादी पार्टी की सांसद इकरा हसन, जो उत्तर प्रदेश के कैराना लोकसभा क्षेत्र से प्रतिनिधित्व करती हैं, हाल ही में एक बेहद गंभीर मामले का सामना कर रही हैं। हरियाणा के नूंह जिले के अमका गाँव में दो नाबालिग लड़कों ने AI तकनीक की मदद से उनकी पहचान का गलत इस्तेमाल करते हुए अश्लील वीडियो बनाई और उसे सोशल मीडिया (फेसबुक) पर फर्जी अकाउंट से वायरल किया।

यह मामला तब सामने आया जब कांग्रेस महिला जिला अध्यक्ष रज़िया बानो को जानकारी दी गई। तुरंत पंचायत बुलाई गई, जिसमें दोनों लड़कों ने पैर पकड़कर माफी मांगी। सांसद हसन ने उनके इस कदम को स्वीकार करते हुए मानवीय पहलू से उन्हें माफ कर दिया, लेकिन साथ ही फर्जी अकाउंट्स और वीडियो अपलोड करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की भी बात कही।

वीरता से सामना करने वाली सांसद ने इस घटना को “तकनीकी युग में चरित्र हत्या की एक गंभीर मिसाल” बताया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स और साइबर सेल दोनों को इस तरह की सामग्री पर रोक लगाने और दोषियों को कड़ी सज़ा देने की मांग भी की।

इस घटना ने एआई आधारित डीपफेक वीडियो की समाज में बढ़ती समस्या को एक बार फिर उजागर किया है। विशेषज्ञों का कहना है कि इसे नियंत्रित करने के लिए ना केवल कानूनी नीतियाँ तेज़ करनी होंगी, बल्कि डिजिटल चेतना भी मजबूत करनी होगी।

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