अहमदाबाद, 2 जुलाई – गुजरात हाईकोर्ट में हाल ही में एक बेहद हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जिसने देशभर में न्यायपालिका की गरिमा और वर्चुअल सुनवाई के अनुशासन पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
वरिष्ठ अधिवक्ता भास्कर टण्णा एक वर्चुअल सुनवाई के दौरान बियर का मग हाथ में लेकर पीते हुए कैमरे में नज़र आए, जिससे कोर्ट की कार्यवाही प्रभावित हुई। यह घटना 25 जून को न्यायमूर्ति संदीप भट्ट की अदालत में सुनवाई के दौरान हुई। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद गुजरात हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेते हुए अधिवक्ता के खिलाफ अवमानना की कार्रवाई शुरू कर दी है।
कोर्ट ने कहा कि यह आचरण “निंदनीय” है और इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। अदालत ने भास्कर टण्णा को वर्चुअल सुनवाई में भाग लेने से अस्थायी रूप से प्रतिबंधित कर दिया है और उनकी वरिष्ठ अधिवक्ता पदवी की समीक्षा के निर्देश भी दिए हैं।
यह मामला ऐसे समय पर सामने आया है जब हाल ही में ही एक अन्य व्यक्ति टॉयलेट सीट पर बैठकर वर्चुअल सुनवाई में शामिल होता दिखा था। ऐसे मामलों ने न्यायपालिका की गरिमा और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर अनुशासन को लेकर गंभीर चिंताएं खड़ी कर दी हैं।
कोर्ट में आचरण केवल भौतिक उपस्थिति तक सीमित नहीं, वर्चुअल मंच पर भी गरिमा और मर्यादा उतनी ही अनिवार्य है।